सपना
सपने में देखा था उसको
लाल सूट में आई थी
सफेद पुट्टी उङा रही थी
धूल मेरे पर छाई थी
मैने कहा क्या है बचपना
बोली साफ करूंगी मैं
पकङ कर मेरे कन्धों को तब
शीतल फूक लगाई थी
हाव भाव सब शान्त पङे थे
मेरे सम्मुख खङी हुई थी
शायद कुछ कहना...
लाल सूट में आई थी
सफेद पुट्टी उङा रही थी
धूल मेरे पर छाई थी
मैने कहा क्या है बचपना
बोली साफ करूंगी मैं
पकङ कर मेरे कन्धों को तब
शीतल फूक लगाई थी
हाव भाव सब शान्त पङे थे
मेरे सम्मुख खङी हुई थी
शायद कुछ कहना...