...

3 views

एक असम्भव प्रेम गाथा अनन्त क्यों कहीं है।।
यह एक असम्भव प्रेम गाथा अनन्त इसलिए लिए गाई है क्योंकि, इस गाथा से हमे यह ज्ञान की प्राप्ति होती है कि, एकाह -एकाह पलयम् कीमत भवति, किंतु यह गाथा अनन्त होने का मुख्य उद्देश्य प्रभु हरि विष्णु को कहा था जो कि अगल अलग स्मृतियों में वास करने लग जाते है इस कारण भी यह गाथा पूर्ण नहीं हो सकती। पहला पश्र इच्छा?,
कर्म? जीवन वरदान या श्राप? अर्थ साधना एकमात्र लक्ष्य श्रृष्टि का? विचारगृनथ। योनी कुंड एक असम्भव प्रेम गाथा अनन्त में महान स्थापना।। परिचय पद क्या है और योनि किसी हथियार द्वारा कैसे जरमसुख को प्राप्त कर एक मलीन स्तुति में पहुंचे जाने पर कैसे पुरूष के हथियार तथा स्पर्श से प्रभावित हो जाती हैं और फिर कैसे दोनों ही एक असंभव प्रेम गाथा अनन्त में फस कर कालचकृ द्वारा अपनी वास्तविक यात्रा तक पहुंचने में असफल हो जाते हैं।। अब आइए हम यह जानते हैं कि यह गाथा समाप्त तो नहीं हो सकती लेकिन लेकिन यह पूर्ण जरूर हो सकती है और श्रीकृष्ण मुख्य न्यायाधीश जस्टिस के आदेश पर हम यह गाथा पूर्ण करते हैं किंतु प्रेम असंभव नहीं होने के कारण यह यह गाथा काभी समाप्त नहीं हो सकती है। और योनि इच्छा दोनों धोगो को भ्रमण करती रहेगी और गाथा अनन्त रूप से चलती ही रहेगी।।