लड़की का खौफ
देख कर देश के हालात एक सवाल जहन में आया है,
लोगो की दरिद्रता का खौफ लड़कियों पर क्यों छाया है,
गली मोहल्ला या घर बार, कहीं भी बेटियां सुरक्षित नहीं,
कानून बड़े बनाने वाले तो है पर बेटियों का कोई रक्षक नहीं,
घर से बाहर निकालने पर बेटियां डरती रहती है,
फिर भी ताना बेटी सुने कि उसी की गलती रहती है,
लोग कहते है पांव पर खड़ा कर बेटियों को
फिर क्यों वो सुरक्षा से वंचित रहती है,
आप खुद सोच कर देख लो सोच ये वाजिब है,
खुद के घर तक में बेटियां...
लोगो की दरिद्रता का खौफ लड़कियों पर क्यों छाया है,
गली मोहल्ला या घर बार, कहीं भी बेटियां सुरक्षित नहीं,
कानून बड़े बनाने वाले तो है पर बेटियों का कोई रक्षक नहीं,
घर से बाहर निकालने पर बेटियां डरती रहती है,
फिर भी ताना बेटी सुने कि उसी की गलती रहती है,
लोग कहते है पांव पर खड़ा कर बेटियों को
फिर क्यों वो सुरक्षा से वंचित रहती है,
आप खुद सोच कर देख लो सोच ये वाजिब है,
खुद के घर तक में बेटियां...