"काला हार"
पल्लवी ने कालेज में अभी नया नया दाखिला लिया था पल्लवी पढ़ाई में बहुत मेधावी छात्रा थी। पल्लवी थोड़ी शांत प्रकृति की थी इसलिए उसकी कालेज में बस दो ही सहेलियां थी दीप्ति और सरोज ।
उसी कालेज में किशन भी पढ़ता था और पल्लवी के क्लास में भी आता था मगर पल्लवी ने कभी उस पर ध्यान नहीं दिया था। किशन मन ही मन पल्लवी को पसन्द करने लगा था, उसकी मासूमियत और प्यारी सी सूरत उसे बहुत अच्छी लगती थी मगर वो अब तक पल्लवी से कुछ कह नहीं पाया था।
देखते ही देखते पल्लवी और किशन दूसरे वर्ष में आ गए और किशन के दोस्त भी उससे कहने लगे यार अब नहीं तो कब तू उसे अपने मन की बात बताएगा,मगर किशन शांत रहता। एक दिन ,
कालेज में एक नृत्य नाटिका का आयोजन किया जा रहा था जिसमें पल्लवी ने भी भाग...
उसी कालेज में किशन भी पढ़ता था और पल्लवी के क्लास में भी आता था मगर पल्लवी ने कभी उस पर ध्यान नहीं दिया था। किशन मन ही मन पल्लवी को पसन्द करने लगा था, उसकी मासूमियत और प्यारी सी सूरत उसे बहुत अच्छी लगती थी मगर वो अब तक पल्लवी से कुछ कह नहीं पाया था।
देखते ही देखते पल्लवी और किशन दूसरे वर्ष में आ गए और किशन के दोस्त भी उससे कहने लगे यार अब नहीं तो कब तू उसे अपने मन की बात बताएगा,मगर किशन शांत रहता। एक दिन ,
कालेज में एक नृत्य नाटिका का आयोजन किया जा रहा था जिसमें पल्लवी ने भी भाग...