इंसान या साया..(पार्ट 2)
इंसान या साया...??
रोबर्ट जूली को समझाने के बाद अपने गाड़ी से नीचे उतरता है उसके साथ जूली और उसके बच्चे एंजिला और टोनी भी......
एंजिला और टोनी पहली बार ऐसे ट्रिप पर आये है, वो बहुत खुश और उत्साहित होते हैं और ख़ुशी से उछल इधर-उधर भागने- खेलने लगते हैं..
एंजिला- ओह ये कितनी अच्छी जगह है पापा यहां तो हमारे खेलने के लिए खुले मैदान जंगल सब हैं और कोई परेशान होने वाला भी नहीं है जो हमें खेलने से रोके....... बहुत ही उत्साहित होके "थैंक्यू पापा " हमें अपने साथ लाने के लिए यहां तो बहुत मज़ा आने वाला है.. याहू 😋✌️...
टोनी- हाँ पापा "थैंक्यू सो मच " ये बहुत अच्छी जगह है...
और दोनों ख़ुशी से झूम इधर उधर जा देखने खेलने लग जाते हैं !!
रॉबर्ट बच्चो की खुश देख और भी अधिक उत्साहित हो जाता है पर जूली अभी भी असमंजस्य में नज़र आती है....
वो खुद को समझा ही नहीं पाती है, उसके अंदर ये कैसे अहसास हैं जो उसे डरा रहे हैं ये सब सोचते हुए वो खुद से कहती है- शायद ये मेरा भ्रम हो सब कुछ ठीक ही नज़र आ रहा है और रॉबर्ट तो ऐसी जगहों पर जाता रहता है वो कह रहा है तो...थोड़ा रुक के मन ही मन वो फिर से कहती है........
" हाँ सब ठीक ही है "
तभी रॉबर्ट कहता है -जूली कहाँ खोयी हो चलो या यही ख़डी रहोगी और हस देता है 😁
जूली-हाँ चलो पर हम लोग कहाँ ठहरने वाले है यहां तो दूर तक कुछ भी नज़र नहीं आ रहा है??
रॉबर्ट-हम लोग जंगल में ही टैंट लगा कर रहेंगे ऐसी जगहों पर होटल वगैरा नहीं होते हैं....
बच्चे ये सुन बहुत रोमांचित हो उठते हैं क्यूंकि आज से पहले वो कभी ऐसे नहीं रहे!!
रोबर्ट बच्चो और जूली से कहता है की चलो अब हम लोग अपना घर बनाएंगे..ख़ुशी से टोनी रॉबर्ट की ओर जाता है और वो टोनी को गोद में उठा लेता है और जंगल में ऐसी जगह तलाश करने लगता है जहाँ...
रोबर्ट जूली को समझाने के बाद अपने गाड़ी से नीचे उतरता है उसके साथ जूली और उसके बच्चे एंजिला और टोनी भी......
एंजिला और टोनी पहली बार ऐसे ट्रिप पर आये है, वो बहुत खुश और उत्साहित होते हैं और ख़ुशी से उछल इधर-उधर भागने- खेलने लगते हैं..
एंजिला- ओह ये कितनी अच्छी जगह है पापा यहां तो हमारे खेलने के लिए खुले मैदान जंगल सब हैं और कोई परेशान होने वाला भी नहीं है जो हमें खेलने से रोके....... बहुत ही उत्साहित होके "थैंक्यू पापा " हमें अपने साथ लाने के लिए यहां तो बहुत मज़ा आने वाला है.. याहू 😋✌️...
टोनी- हाँ पापा "थैंक्यू सो मच " ये बहुत अच्छी जगह है...
और दोनों ख़ुशी से झूम इधर उधर जा देखने खेलने लग जाते हैं !!
रॉबर्ट बच्चो की खुश देख और भी अधिक उत्साहित हो जाता है पर जूली अभी भी असमंजस्य में नज़र आती है....
वो खुद को समझा ही नहीं पाती है, उसके अंदर ये कैसे अहसास हैं जो उसे डरा रहे हैं ये सब सोचते हुए वो खुद से कहती है- शायद ये मेरा भ्रम हो सब कुछ ठीक ही नज़र आ रहा है और रॉबर्ट तो ऐसी जगहों पर जाता रहता है वो कह रहा है तो...थोड़ा रुक के मन ही मन वो फिर से कहती है........
" हाँ सब ठीक ही है "
तभी रॉबर्ट कहता है -जूली कहाँ खोयी हो चलो या यही ख़डी रहोगी और हस देता है 😁
जूली-हाँ चलो पर हम लोग कहाँ ठहरने वाले है यहां तो दूर तक कुछ भी नज़र नहीं आ रहा है??
रॉबर्ट-हम लोग जंगल में ही टैंट लगा कर रहेंगे ऐसी जगहों पर होटल वगैरा नहीं होते हैं....
बच्चे ये सुन बहुत रोमांचित हो उठते हैं क्यूंकि आज से पहले वो कभी ऐसे नहीं रहे!!
रोबर्ट बच्चो और जूली से कहता है की चलो अब हम लोग अपना घर बनाएंगे..ख़ुशी से टोनी रॉबर्ट की ओर जाता है और वो टोनी को गोद में उठा लेता है और जंगल में ऐसी जगह तलाश करने लगता है जहाँ...