चाहत Part -1
चाहत उठो सुबह हो गई तुम्हें कॉलेज जाने के लिए लेट हो जाएगा चाहत की मम्मी अनीता जी चाहत को उठाते हुए उसे उठाती है पर चाहत है वह कहती है बस 5 मिनट और मैं उठ जाऊंगी
लेकिन अनीता जी चाहत की एक भी बात ना सुनकर उसे फिर से उठाने की कोशिश करती है। वह चाहत का चद्दर उसके चेहरे से हटाकर उठो आज तुम्हारा कॉलेज का पहला दिन है। तुम्हें आज लेट होना है, और जब अनीता जी चाहत के चेहरे से चद्दर हटाती है । तो सूरज की रोशनी चाहत के चेहरे पर पड़ रही होती है जो देखने में बहुत ही खूबसूरत और उसके जो बाल है उसके गोरे से चेहरे पर लहरा रहे हैं। और खिड़की से चिड़ियों का चेहकना सूरज की रोशनी इसमें चाहत की खूबसूरती और झलक रही होती है। तो फिर चाहत उठती है और कहती है कि मम्मी मैं अभी जल्दी आती हूं। वॉशरूम में जाकर रेडी होकर फिर आती है। नीचे आकर डाइनिंगटेबल पर...
लेकिन अनीता जी चाहत की एक भी बात ना सुनकर उसे फिर से उठाने की कोशिश करती है। वह चाहत का चद्दर उसके चेहरे से हटाकर उठो आज तुम्हारा कॉलेज का पहला दिन है। तुम्हें आज लेट होना है, और जब अनीता जी चाहत के चेहरे से चद्दर हटाती है । तो सूरज की रोशनी चाहत के चेहरे पर पड़ रही होती है जो देखने में बहुत ही खूबसूरत और उसके जो बाल है उसके गोरे से चेहरे पर लहरा रहे हैं। और खिड़की से चिड़ियों का चेहकना सूरज की रोशनी इसमें चाहत की खूबसूरती और झलक रही होती है। तो फिर चाहत उठती है और कहती है कि मम्मी मैं अभी जल्दी आती हूं। वॉशरूम में जाकर रेडी होकर फिर आती है। नीचे आकर डाइनिंगटेबल पर...