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अतिथि देवो भव 😅😅
दोस्तों मैंने ये लेख इसलिए लिखा क्योंकि कई बार अनजाने में आपको इतनी ज्यादा इज्जत मिल जाती है की वो आपको चुभती है,,😬😬😅

और अतिथि देवो भव का अच्छा उदाहरण फिलहाल गावों में ज्यादा देखने को मिलती है 😅😅😅

आज से 8 दिन पहले ये कुंवारा उस्ताद अपने चौथे चेले की बारात गया था पोपटलाल वाला दुख हो रहा था😔😔

मुझे ऐसा लग रहा था मैं कहीं उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ का वरिष्ठ युवा कोच न कहलाने लगूं 😅😅

फिर बाद में सौरभ भैया की याद आई तब जाके तसल्ली हुई कि अभी तो सौरभ भैया से छोटा ही हूं,,😅😅। @71saurabhmathur

साथ में मेरा दोस्त इरफान भी था जिसका हाल ही में लड़ाई के चलते ब्रेकअप हुआ था,,मेरे बालक का गांव के नाम है बैरी वो इतना पिछड़ा इलाका है कि आज भी वहां केवल 1 मोटरसाईकिल हैं,,😇😇

तो इरफान तो इरफान हैं,,ये गांव में इंप्रेशन झाड़ने के चक्कर में थे 😅😅 बोले यार मयंक आज तू पीछे बैठ बुलेट तेरा भाई चलाएगा😎😎

हम पीछे बैठे और 4 बजे जैसे ही गांव में घुसे इरफान का इंप्रेशन झाड़ना शुरू😎😎अब बुलेट लहरा रही है और रास्ता ऐसा की स्कूटी पड़ जाए तो 2 कदम भी न चले🤣🤣

अब जैसे ही बालक के घर पहुंचा सब लोग दौड़ के देखने आए लड़कियां भी थीं तो हमारे मित्र जी का कार्यक्रम शुरू स्टाइल से गाड़ी खड़ी करना और स्टाइल से चश्मा उतारना 🤟😃😎😎

इरफान कान में बोल रहा है अबे वो सफेद कुर्ती वाली को देख मेरी तरफ देख रही है 😜🤣😅

हम कहा चल पहले घर तो चल,,बालक आया दोनो लोगों पैर छुए उसके पापा भी आ गए पैर छूने लगे,,😇😇
हमने कहा चाचा,,,,ई का करत हो,,😇
बोले,,, मुंशी जी हम कतो स्कूल तो गवा नही आए,,,अब हमरे लरिकवा के मुंशी जी तो हमारो मुंशी जी,,😇 ये...