शैतान जादूगर( बोलने वाली बिल्ली) -4
अमन अपनी बात पुरी कर ही रहा था कि उसको बीच में रोक कर रोहन बोला ..............
रोहन:-कोहिनूर ने कहाँ पर कैद कर रखा है अपने गुरु को ,क्या तुम्हे पता है ?
अमन:-मैंने तुम्हे पहले ही कहा है कि मुझे नही मालूम ?
रोहन:-अब एक कोहिनूर के गुरु ही है जो हमको बचा सकते है ।हमें उनको ढूढ़ना होगा लेकिन कैसे
वह दोनों बातें कर रहे थे कि अमन का पाँव पास लेटी एक बिल्ली की पूछ पर लग गया ।जैसे ही बिल्ली की पूँछ पर अमन का पाँव पड़ा तो वह बोली .....
बिल्ली:-हरामखोर देखकर चल
बिल्ली को इंसानी भाषा मे बोलता देख वह दोनों चौक कर उसकी तरफ देखने लगे । उनको अपनी तरफ चौंक कर देखने पर वह बिल्ली दुबारा बोली...
बिल्ली:-मेरी तरफ देखना बंद करो ,अपने साफ सफाई का काम अच्छे से करो ,नही तो तुमको क्या पता कौनसा जानवर बना दे ये जादूगर
अमन:-पहले ये बताओं कि तुम हमारी भाषा कैसे बोल लेती हो आज तक मैने किसी बिल्ली को इंसानी भाषा बोलते नही देखा ?
बिल्ली:-में भी तुम्हारी तरह एक इंसान थी।मेरा नाम रूबी है । मुझे भी यह जादूगर तुम्हारी तरह यहाँ पर लेकर आया था । दो दिन तक तो में सिर्फ रोती रही । मेरे रोने से परेशान होकर इस जादूगर ने मुझे बिल्ली बना दिया । बिल्ली बनाकर इसने मुझ से कहा कि तुम चार साल तक बिल्ली रहोगी ।
तब से आज तक में यहीं घूम रही हुँ । आज तक तुम जैसे कई होशियार आये इस जगह पर बच कर कोई नही गया यहाँ से
अमन:-अच्छा तो तुमने हमारी सारी बातें सुन ली
बिल्ली:-हाँ सब बातें ओर वो कोहिनूर के गुरु वाली बात
रोहन:-कहीं तुम उस जादूगर को बता तो नही दोगी ?
बिल्ली:-अरे नहीं बताऊंगी मुझे भी तो आजाद होना है तुम लोगो की तरह मानव शरीर मे घूमना है हर जगह मुझे भी
वह तीनों बाते कर रहे होते है कि उनको किसी के आने की आहट सुनाई देती है वह तीनो चुप हो जाते है । कुछ देर के बाद वहाँ पर बौना जादूगर आ जाता है । उसको देखकर वह बिल्ली वहाँ से चली जाती है। फिर वह बौना जादूगर उन दोनों को बोला....
बौना जादूगर: -अब तक तुम दोनों ने सफाई नही की,अब जादूगर कोहिनूर के आने का समय भी हो रहा है तुम दोनो तो मुझे उनसे डांट पड़वा कर ही मानोगे।
अमन:-अभी आपको सफाई करके दे देंगे आधे एक घंटे मे
बौना जादूगर: -जल्दी करो ,और हाँ यह बिल्ली कब से बैठी थी यहाँ पर ?
रोहन:-जी अभी आई थी ये ।
बौना जादूगर उन दोनों के पास से चला जाता है । रोहन ने अमन से पूछा ....
रोहन:-तुम यहाँ कब से हो ?
अमन:-करीब छ: महीने से हुँ यहाँ पर
रोहन:-घर मे कौन कौन है तुम्हारे ?
अमन:-घर मे मेरे माँ, पिता जी ,ओर एक मुझ से छोटी बहन ,ओर तुम्हारे घर मे
रोहन:-बस अब तो माता पिता ही रह गये ।में उनका एक ही बेटा हुँ
यह कहते ही रोहन की ऑंखे नम हो जाती है। अमन उसको देखकर बोला.....
अमन:-चिंता मत कर जल्द ही हम यहाँ से बाहर चले जाएगे
रोहन:-लेकिन कैसे ?
अमन:-उस बिल्ली को पता होगा जादूगर कोहिनूर के गुरु के बारे में, क्योंकि वह बिल्ली हर जगह घूमती रहती है
रोहन:-कोहिनूर ने कहाँ पर कैद कर रखा है अपने गुरु को ,क्या तुम्हे पता है ?
अमन:-मैंने तुम्हे पहले ही कहा है कि मुझे नही मालूम ?
रोहन:-अब एक कोहिनूर के गुरु ही है जो हमको बचा सकते है ।हमें उनको ढूढ़ना होगा लेकिन कैसे
वह दोनों बातें कर रहे थे कि अमन का पाँव पास लेटी एक बिल्ली की पूछ पर लग गया ।जैसे ही बिल्ली की पूँछ पर अमन का पाँव पड़ा तो वह बोली .....
बिल्ली:-हरामखोर देखकर चल
बिल्ली को इंसानी भाषा मे बोलता देख वह दोनों चौक कर उसकी तरफ देखने लगे । उनको अपनी तरफ चौंक कर देखने पर वह बिल्ली दुबारा बोली...
बिल्ली:-मेरी तरफ देखना बंद करो ,अपने साफ सफाई का काम अच्छे से करो ,नही तो तुमको क्या पता कौनसा जानवर बना दे ये जादूगर
अमन:-पहले ये बताओं कि तुम हमारी भाषा कैसे बोल लेती हो आज तक मैने किसी बिल्ली को इंसानी भाषा बोलते नही देखा ?
बिल्ली:-में भी तुम्हारी तरह एक इंसान थी।मेरा नाम रूबी है । मुझे भी यह जादूगर तुम्हारी तरह यहाँ पर लेकर आया था । दो दिन तक तो में सिर्फ रोती रही । मेरे रोने से परेशान होकर इस जादूगर ने मुझे बिल्ली बना दिया । बिल्ली बनाकर इसने मुझ से कहा कि तुम चार साल तक बिल्ली रहोगी ।
तब से आज तक में यहीं घूम रही हुँ । आज तक तुम जैसे कई होशियार आये इस जगह पर बच कर कोई नही गया यहाँ से
अमन:-अच्छा तो तुमने हमारी सारी बातें सुन ली
बिल्ली:-हाँ सब बातें ओर वो कोहिनूर के गुरु वाली बात
रोहन:-कहीं तुम उस जादूगर को बता तो नही दोगी ?
बिल्ली:-अरे नहीं बताऊंगी मुझे भी तो आजाद होना है तुम लोगो की तरह मानव शरीर मे घूमना है हर जगह मुझे भी
वह तीनों बाते कर रहे होते है कि उनको किसी के आने की आहट सुनाई देती है वह तीनो चुप हो जाते है । कुछ देर के बाद वहाँ पर बौना जादूगर आ जाता है । उसको देखकर वह बिल्ली वहाँ से चली जाती है। फिर वह बौना जादूगर उन दोनों को बोला....
बौना जादूगर: -अब तक तुम दोनों ने सफाई नही की,अब जादूगर कोहिनूर के आने का समय भी हो रहा है तुम दोनो तो मुझे उनसे डांट पड़वा कर ही मानोगे।
अमन:-अभी आपको सफाई करके दे देंगे आधे एक घंटे मे
बौना जादूगर: -जल्दी करो ,और हाँ यह बिल्ली कब से बैठी थी यहाँ पर ?
रोहन:-जी अभी आई थी ये ।
बौना जादूगर उन दोनों के पास से चला जाता है । रोहन ने अमन से पूछा ....
रोहन:-तुम यहाँ कब से हो ?
अमन:-करीब छ: महीने से हुँ यहाँ पर
रोहन:-घर मे कौन कौन है तुम्हारे ?
अमन:-घर मे मेरे माँ, पिता जी ,ओर एक मुझ से छोटी बहन ,ओर तुम्हारे घर मे
रोहन:-बस अब तो माता पिता ही रह गये ।में उनका एक ही बेटा हुँ
यह कहते ही रोहन की ऑंखे नम हो जाती है। अमन उसको देखकर बोला.....
अमन:-चिंता मत कर जल्द ही हम यहाँ से बाहर चले जाएगे
रोहन:-लेकिन कैसे ?
अमन:-उस बिल्ली को पता होगा जादूगर कोहिनूर के गुरु के बारे में, क्योंकि वह बिल्ली हर जगह घूमती रहती है