Beti : Meri kahani
Meri kahani
आई हूँ अंधेरे में मैं, चाहत है उजाला पाने की
है रास्ते मेरे पथरीले क्योंकि, औरत हूं मैं इस समाज में
दामन छल्ली है मेरा, ऐसे समाज के रिवाजों से
सोच है छोटी मेरे लिए, है परेशानियाँ मेरे रहने से
मैं ही हूँ जीवन की जोत, मैं ही हूँ पालना
मेरा ही आंचल है दुनिया में, तेरे लिए सबसे...
आई हूँ अंधेरे में मैं, चाहत है उजाला पाने की
है रास्ते मेरे पथरीले क्योंकि, औरत हूं मैं इस समाज में
दामन छल्ली है मेरा, ऐसे समाज के रिवाजों से
सोच है छोटी मेरे लिए, है परेशानियाँ मेरे रहने से
मैं ही हूँ जीवन की जोत, मैं ही हूँ पालना
मेरा ही आंचल है दुनिया में, तेरे लिए सबसे...