प्यार की पहली याद
नजाने कब मेरी सुबह तुम्हारी आवाज़ से शुरू और तुम्हारी आवाज़ पर ख़त्म होगी,
कैसे कहूँ की तेरी याद बहुत सताती है हर वो लम्हा तेरे संग बिताए मुझे तड़पती है,
करती हूँ तुझे हर वक़्त मिस , ये बात किस से तो जा कर कहूं.....दिल तो करता है की तेरे पास चली आऊ पर तू दूर जो मुझसे इतना है ..
अश्या इन्हीं खयालों में हमेशा खोयी रहती है , सबको दिखाती तो जरुर है की वो बहुत खुश है पर अन्दर ही अन्दर कही वो फिर से टूट रही है.....
ये यादो का सिलसिला युही जारी रहा....
© Priya chaurasia
कैसे कहूँ की तेरी याद बहुत सताती है हर वो लम्हा तेरे संग बिताए मुझे तड़पती है,
करती हूँ तुझे हर वक़्त मिस , ये बात किस से तो जा कर कहूं.....दिल तो करता है की तेरे पास चली आऊ पर तू दूर जो मुझसे इतना है ..
अश्या इन्हीं खयालों में हमेशा खोयी रहती है , सबको दिखाती तो जरुर है की वो बहुत खुश है पर अन्दर ही अन्दर कही वो फिर से टूट रही है.....
ये यादो का सिलसिला युही जारी रहा....
© Priya chaurasia