साइकिल
#भुली_हुई_रसीद
बहुत दिनों बाद आज माँ का सूटकेस खोला। पुरानी यादें ताजा हो गयीं। माँ की साढियाँ, शॉल, सब निकले। जब उनके ऐनक की कवर खोला तो इसमें से एक रसीद निकली।
रिंकल बी.ए कर रही थी।वह मेरी सबसे समझदार बेटी थी।...
बहुत दिनों बाद आज माँ का सूटकेस खोला। पुरानी यादें ताजा हो गयीं। माँ की साढियाँ, शॉल, सब निकले। जब उनके ऐनक की कवर खोला तो इसमें से एक रसीद निकली।
रिंकल बी.ए कर रही थी।वह मेरी सबसे समझदार बेटी थी।...