नौकरी
नौकरी में बड़ी जिल्लत हो रखी है। अब छोड़ने का दिल करता है। कुछ दिन का आराम भी हो जाएगा। पर साथ ही साथ ये डर भी लगा रहता है कहीं दूसरी नौकरी मिलने में दिक्कत न हो जाए बाद में चल कर। पत्नी को इशारे दे रहा हूं कई महीनों से। अब जाकर उसको भी लगने लगा है ये छोड़ दे तो हीं भला। पैसों का चक्कर तो रहेगा पर इस वक्त शांति की बड़ी जरूरत महसूस होने लगी है। मैनेजर से बनती नही और ऊपर से काम भी कुछ खास नहीं है। पगार जो है सो है। वैसे भी सॉफ्टवेयर में अगर कम्पनी बदली न...