मिले अवकाश का सदुपयोग
एक युवक था।वह पढ़ा-लिखा भी था, लेकिन उसे कोई काम नहीं मिल रहा था। इसलिए वह अपने बेरोजगारी के चिंता करते करते इधर उधर घूमते फिरता था।वह समझदार एवं प्रामाणिक था फिर भी उसे कोई काम-धंधा नहीं मिल रहा। काम-धंधा ढुंढते ढुंढते इस गांव से उस गांव चला जाता था।
घर्मी में दिन थे।वह ऐसे ही धूप में अगले गांव चलते जा रहा था। बहुत प्यास लगी थी।इधर उधर देखा। एक खेत था,उस खेत में किसान फसलों पानी छोड़ रहा था।उस किसान से अपनी प्यास बुझाने पानी मांगा और उस किसान ने उस युवक को एक मटके में पानी देते हुए बोला " अरे युवक तुम तो बहुत दूर से धूप में चलते हुए आए हुए दिख रहे हो, यह लो पानी और तुम उस आम के पेड़ पास जाओ, वहां छांव है, वहां बैठकर पानी पी लो और थोड़ा विश्राम करके आगे चले जाओ।"
वह युवक मुस्कराते हुए उस किसान को धन्यवाद व्यक्त करके आम के पेड़ पास आ गया और बैठकर पानी पीकर वहीं सो गया। धूप में चलते आने के कारण थकान से उस युवक को जल्दी नींद आ गई और वहीं सो गया।वह किसान अपना सारा काम निपटाकर, उस युवक के पास और देखा तो वह युवक सो रहा था, किसान ने सोचा कि यह युवक बहुत थका हुआ लगता है, उसे सोने देकर अपने घर चला गया। उस आम के पेड़ पर कुछ बंदर इधर उधर छलांग लगा रहे थे और आम भी तोड़कर का रहे थे। तोड़ते वक्त कुछ आम सोए हुए उस युवक पर घिर पड़े। इससे वह युवक जाग गया, और उठ ही रहा था तब उपर से एक छोटी सी थैली घिर...
घर्मी में दिन थे।वह ऐसे ही धूप में अगले गांव चलते जा रहा था। बहुत प्यास लगी थी।इधर उधर देखा। एक खेत था,उस खेत में किसान फसलों पानी छोड़ रहा था।उस किसान से अपनी प्यास बुझाने पानी मांगा और उस किसान ने उस युवक को एक मटके में पानी देते हुए बोला " अरे युवक तुम तो बहुत दूर से धूप में चलते हुए आए हुए दिख रहे हो, यह लो पानी और तुम उस आम के पेड़ पास जाओ, वहां छांव है, वहां बैठकर पानी पी लो और थोड़ा विश्राम करके आगे चले जाओ।"
वह युवक मुस्कराते हुए उस किसान को धन्यवाद व्यक्त करके आम के पेड़ पास आ गया और बैठकर पानी पीकर वहीं सो गया। धूप में चलते आने के कारण थकान से उस युवक को जल्दी नींद आ गई और वहीं सो गया।वह किसान अपना सारा काम निपटाकर, उस युवक के पास और देखा तो वह युवक सो रहा था, किसान ने सोचा कि यह युवक बहुत थका हुआ लगता है, उसे सोने देकर अपने घर चला गया। उस आम के पेड़ पर कुछ बंदर इधर उधर छलांग लगा रहे थे और आम भी तोड़कर का रहे थे। तोड़ते वक्त कुछ आम सोए हुए उस युवक पर घिर पड़े। इससे वह युवक जाग गया, और उठ ही रहा था तब उपर से एक छोटी सी थैली घिर...