premising part 4
प्रेमीसिंह पार्ट - 4
कहते हैं कहानी के अंत तक सब अच्छा हो जाता है और अगर अच्छा ना हो तो...... तो फिर हम कर ही क्या सकते हैं??? वैसे हम सब कुछ कर सकते हैं हम लेखक हैं इस कहानी के इसलिए हम जैसा चाहे वैसा कर सकते हैं... पिछले एपिसोड में मेरा मतलब है पिछले भाग में आपने पढ़ा था कि जब आपने पढ़ ही लिया है तो फिर बताने की क्या जरूरत है, तो अब प्रेमीसिंह के परिवार और पूरे जंगल के जानवरों को मारने के इल्जाम में उस जिराफ (नाम आपने पिछले भाग में पढ़ लिया होगा) पर केस चलता है, के डी वकील जिराफ का जुर्म साबित कर देता है और उससे...
कहते हैं कहानी के अंत तक सब अच्छा हो जाता है और अगर अच्छा ना हो तो...... तो फिर हम कर ही क्या सकते हैं??? वैसे हम सब कुछ कर सकते हैं हम लेखक हैं इस कहानी के इसलिए हम जैसा चाहे वैसा कर सकते हैं... पिछले एपिसोड में मेरा मतलब है पिछले भाग में आपने पढ़ा था कि जब आपने पढ़ ही लिया है तो फिर बताने की क्या जरूरत है, तो अब प्रेमीसिंह के परिवार और पूरे जंगल के जानवरों को मारने के इल्जाम में उस जिराफ (नाम आपने पिछले भाग में पढ़ लिया होगा) पर केस चलता है, के डी वकील जिराफ का जुर्म साबित कर देता है और उससे...