वो बनारसी लम्हें...❣️
बात कुछ उस समय के हाय से हैलो और हैलो से चाय तक की है.....
हम दोनों tea lovers थे और अक्सर ही शाम को हम महामना की बगिया (BHU) में टहलते-टहलते चाय पीने के साथ इधर उधर की बातों में गुजरती थी...
मैं और वो ना तो हमारे stream एक थे और ना ही building बस same था तो हमारा campus...
फिर भी हम दोनों एक दूसरे को अच्छे से जानतें थे हमारी बातें हाय-हैलो से लेकर इतने अच्छे दोस्त बन गये कि..अब हम एक दूसरे के हर खुशी से लेकर हर गम और हर राज तक share करने लगे..
और हमारी दोस्ती यू हीं हर शाम बनारस के घाटों पर बीतते शाम के...
हम दोनों tea lovers थे और अक्सर ही शाम को हम महामना की बगिया (BHU) में टहलते-टहलते चाय पीने के साथ इधर उधर की बातों में गुजरती थी...
मैं और वो ना तो हमारे stream एक थे और ना ही building बस same था तो हमारा campus...
फिर भी हम दोनों एक दूसरे को अच्छे से जानतें थे हमारी बातें हाय-हैलो से लेकर इतने अच्छे दोस्त बन गये कि..अब हम एक दूसरे के हर खुशी से लेकर हर गम और हर राज तक share करने लगे..
और हमारी दोस्ती यू हीं हर शाम बनारस के घाटों पर बीतते शाम के...