वो बनारसी लम्हें...❣️
बात कुछ उस समय के हाय से हैलो और हैलो से चाय तक की है.....
हम दोनों tea lovers थे और अक्सर ही शाम को हम महामना की बगिया (BHU) में टहलते-टहलते चाय पीने के साथ इधर उधर की बातों में गुजरती थी...
मैं और वो ना तो हमारे stream एक थे और ना ही building बस same था तो हमारा campus...
फिर भी हम दोनों एक दूसरे को अच्छे से जानतें थे हमारी बातें हाय-हैलो से लेकर इतने अच्छे दोस्त बन गये कि..अब हम एक दूसरे के हर खुशी से लेकर हर गम और हर राज तक share करने लगे..
और हमारी दोस्ती यू हीं हर शाम बनारस के घाटों पर बीतते शाम के लम्हों के साथ और भी गहरी हो गयी...❣️❣️😊वो शाम मेरे जन्मदिन की थी...
जब उसने bdy celebration का surprise मुझे दिया ..
और वो शाम उस घाट के यादों के साथ नाव पर bdy celebrate किया वो शाम और भी खास हो गयी जब उसने बीच नदी में मुझे propose किया...
thanks to Banaras...❤️
आमतौर पर देखा जाये तो लोग i love u बोलना ही काफी समझते है..लेकिन उसने ऐसा कुछ नहीं किया..
उसने कहा कि..मैं तुम्हें बहुत पसंद करता हूँ... इतना कहकर मेरा हाथ उसने थामा ..❣️ इसके पहले भी हमने एक-दूसरे को मतलब मारने के लिए हाथ पकड़ा था पर वो जज्बात अलग थे..
और कहा- अगर तुम चाहो तो मैं ये साथ पूरी ज़िन्दगी निभा सकता हूं...😊
वो मेरा स्पेशल दिन और भी स्पेशल हो गया लेकिन अपनी कुछ मजबूरियों और ज़िम्मेदारियों के कारण मैंने न तो हाँ कहा न तो ना....उसने मुझे वक़्त लेने को कहा...😊उसके बाद हमने boating enjoy की और फिर हम दोनों ने घाट की famous नीबू चाय पीने बैठे समय ज्यादा हो गया था तो हमने चाय पी और इधर उधर की बातें कर ही रहें थे कि..तभी उसने पूछा की...मैं तुम्हें किस करूं.. ?😜
ये सवाल अचानक से आया तो मुह से ना ही निकला पर मन में जो भी था..🤗 और ये बात वो बखुबी समझ रहा था मेरी situations या मजबूरियां... so वो मान गया... ना करने के कुछ देर तक खमोशी रहीं और फिर उसने कहा- चलों तुम्हें देर हो जायेंगी hostel के लिये इतना कहते ही हम घाट की सीढ़ियां चढ़ते हुये हम स्टैंड के तरफ़ चलने लगे...😊
वो शाम,वो दिन,वो पल सच में हसीन थी...😍😍
लेकिन उस दिन के कुछ दिनों बाद ही हमारे course complete हुये और हमने अपने-अपने जज्बात सम्भालते हुये फिर कभी ना मिलने का वादा किया और कुछ इस तरह से अपनी ज़िम्मेदारियों और भविष्य की चिन्ता करते हुए अपनी दोस्ती की happy ending की...😊🤗☺️
हम दोनों tea lovers थे और अक्सर ही शाम को हम महामना की बगिया (BHU) में टहलते-टहलते चाय पीने के साथ इधर उधर की बातों में गुजरती थी...
मैं और वो ना तो हमारे stream एक थे और ना ही building बस same था तो हमारा campus...
फिर भी हम दोनों एक दूसरे को अच्छे से जानतें थे हमारी बातें हाय-हैलो से लेकर इतने अच्छे दोस्त बन गये कि..अब हम एक दूसरे के हर खुशी से लेकर हर गम और हर राज तक share करने लगे..
और हमारी दोस्ती यू हीं हर शाम बनारस के घाटों पर बीतते शाम के लम्हों के साथ और भी गहरी हो गयी...❣️❣️😊वो शाम मेरे जन्मदिन की थी...
जब उसने bdy celebration का surprise मुझे दिया ..
और वो शाम उस घाट के यादों के साथ नाव पर bdy celebrate किया वो शाम और भी खास हो गयी जब उसने बीच नदी में मुझे propose किया...
thanks to Banaras...❤️
आमतौर पर देखा जाये तो लोग i love u बोलना ही काफी समझते है..लेकिन उसने ऐसा कुछ नहीं किया..
उसने कहा कि..मैं तुम्हें बहुत पसंद करता हूँ... इतना कहकर मेरा हाथ उसने थामा ..❣️ इसके पहले भी हमने एक-दूसरे को मतलब मारने के लिए हाथ पकड़ा था पर वो जज्बात अलग थे..
और कहा- अगर तुम चाहो तो मैं ये साथ पूरी ज़िन्दगी निभा सकता हूं...😊
वो मेरा स्पेशल दिन और भी स्पेशल हो गया लेकिन अपनी कुछ मजबूरियों और ज़िम्मेदारियों के कारण मैंने न तो हाँ कहा न तो ना....उसने मुझे वक़्त लेने को कहा...😊उसके बाद हमने boating enjoy की और फिर हम दोनों ने घाट की famous नीबू चाय पीने बैठे समय ज्यादा हो गया था तो हमने चाय पी और इधर उधर की बातें कर ही रहें थे कि..तभी उसने पूछा की...मैं तुम्हें किस करूं.. ?😜
ये सवाल अचानक से आया तो मुह से ना ही निकला पर मन में जो भी था..🤗 और ये बात वो बखुबी समझ रहा था मेरी situations या मजबूरियां... so वो मान गया... ना करने के कुछ देर तक खमोशी रहीं और फिर उसने कहा- चलों तुम्हें देर हो जायेंगी hostel के लिये इतना कहते ही हम घाट की सीढ़ियां चढ़ते हुये हम स्टैंड के तरफ़ चलने लगे...😊
वो शाम,वो दिन,वो पल सच में हसीन थी...😍😍
लेकिन उस दिन के कुछ दिनों बाद ही हमारे course complete हुये और हमने अपने-अपने जज्बात सम्भालते हुये फिर कभी ना मिलने का वादा किया और कुछ इस तरह से अपनी ज़िम्मेदारियों और भविष्य की चिन्ता करते हुए अपनी दोस्ती की happy ending की...😊🤗☺️