good afternoon frnd..... मिलेगा हमें वही जितना नसीब में लिखा है
ना हो खुद से इश्क तो
तू इश्क करके देख
है आफत की पुड़िया
तू किसी दिलरुबा से इश्क करके तो देख
झेल सकता है ना सहने वाली पीड़ा तो
तू काबिल है इश्क के
वरना इश्क की गलियों में कभी
झांक कर मत देख
गलियां है इश्क वाली पर
अब...
तू इश्क करके देख
है आफत की पुड़िया
तू किसी दिलरुबा से इश्क करके तो देख
झेल सकता है ना सहने वाली पीड़ा तो
तू काबिल है इश्क के
वरना इश्क की गलियों में कभी
झांक कर मत देख
गलियां है इश्क वाली पर
अब...