कल्पना उस हथनी के दर्द की
आज ये मेरे दिल की कल्पना का दर्द है। जो उस हथनी के साथ हुआ। मुझे उस हादसे ने अंदर तक हिला दिया। मैं उस माँ की पीड़ा को महसूस कर रही हूँ जैसे वो हमसे कहा रही हो मैंने क्या बिगड़ था तुम इंसानो का जो मुझे ये सजा दी। मैं तो बस अपनी भूख को शांत करने के लिए तुम...