एक अनकही गाथा जो मौजूद नहीं है उसमें आगे दिखीए।।भाग1
वासबेंसिंग पे हाथधोतेहुएअपर्ना(फूलनबाली )ने नर्स को आवाज दी, सुनीता अब और कोई पेशेन्ट तो नहीं है ना ओपीडी में , नर्स बाहर से बोली नहीं मैडम , अपर्ना फूलनबाली ने जल्दी से गहरा सकून का सांस लिया और तौलिया में हाथ पोछे और तेजी से पर्स से कार की जाभी निकाल कर बाहर निकल गई।। बाहर निकलते...