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स्वतंत्रता
भोला ने घर आते ही कहा,
दादाजी दादाजी यह देखिए मुझे सड़क किनारे आज क्या मिला..? दादाजी ने पलट कर देखा तो भोला हंसता हुआ अपने हाथों में तिरंगा झंडा लिए खड़ा था।
दादाजी ने कहा यह तो तिरंगा है।
यह तो अपने स्वतंत्रता की निशानी है ।
अपने देश का गौरव आन बान और शान है।
भोला ने उत्सुकता बस दादाजी से पुछ लिया
दादाजी यह स्वतंत्रता क्या होती है.....…??
दादाजी एकदम से चुप हो गए।उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वो इस छोटे से बच्चे को कैसे समझाएं की स्वतंत्रता क्या होती है...!!
कैसे बताएं उन वीर और वीरांगनाओं की कहानी
जिन्होंने हंसते-हंसते देश की खातिर अपनी जान गवां दी।
इस स्वतंत्रता की खातिर ना जाने कितनी मां ओ ने अपने संतानों को खाया ।कितनी बहनों ने अपने सुहाग की कुर्बानी दी।कितने ही वीर जवानों ने स्वयं को देश के नाम समर्पित कर दिया।कितने ही देश भक्तों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।उस नन्ही सी जान को यह सब बताना आसान थोड़ी ही ना था। दादाजी ने भोला से तिरंगा लेकर अपने घर के सबसे उच्च स्थान पर लगा दिया। और उनके सम्मान में अपना सर झुका दिया। अपने दादाजी को देखकर भोला ने भी तिरंगा के सम्मान में अपना सर झुकाया।उसके ठीक 2 दिन बाद 15 अगस्त का दिन था।
सुबह से ही इंकलाब जिंदाबाद के नारे गूंज रहे थे।
ढोल ताशे बज रहे थे। स्कूलों और देवालयों पे झंडा फहराने का कार्यक्रम शुरू हो गया था। जहां से जन गण मन और सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा के गाने की आवाजें आ रही थी। गली गली से बच्चे तिरंगा फहराते हुए ।नारे लगाते हुए झुंडों में निकल रहे थे। सभी के चेहरे पर खुशहाली थी। सभी स्वर से स्वर मिलाकर बोल रहे थे
जिसकी प्रतिध्वनि दूर-दूर तक सुनाई दे रही थी।
आसमान पे इंद्रधनुषी रंग छाए हुए थे। आतिशबाजियों से सारा आसमान रंग-बिरंगा हो रहा था।
तभी दादाजी ने भोला से कहा देखो भोला यह नजारा। यह हंसी खुशी और यह रोशनी यही है स्वतंत्रता की निशानी..!!
जब हर कोई भरपेट भोजन कर सके ,जब हर कोई पढ़ लिख सके, जब विचारों पर ना हो कोई बंदिशें, जब हर चेहरा मुक्त हो भय से यही स्वरूप है स्वतंत्रता की..!
अपने दादाजी की बातें सुनकर भोला ने कहा दादाजी फिर तो मैं भी बड़ा होकर अपने देश की सेवा करूंगा और
सबको भय मुक्त कर दूंगा....! दादाजी ने प्यार से भोला के माथे को चुमते हुए कहा हां हां बेटा मुझे पूर्ण विश्वास है तुम जरूर बड़ा होकर एक दिन सच्चे देशभक्त बनोगे।
और अपने देश का नाम रोशन करोगे......!!
किरण