...

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तुम और तुम्हारी यादें 😊
सुनो न !
ये तुम्हारी यादें अब रिटायरमेंट क्यों नहीं ले लेती ।🙄
जब देखो, तब आ धमकती हैं ।😐
कुछ तो इनको समझाओ तुम,
ये आकर मेरे पास मुझे बड़ा तंग करती हैं।
जब होती हूं मैं खुद के साथ 🥺
ये तुम्हारा नाम लेकर मेरे पास ही रुक लेती हैं।🤫
इनको जब मैं कहती हूं मेरे पास अब समय नहीं यादों का
तो तुम्हारे बारे में बोल –बोल कर मन अधीर कर देती हैं।❤️‍🔥

अरे ! तुम अब तक भी बे–परवाह ही हो!

तुमअपने नाम की इन यादों को क्यों अपने पास नहीं रख पाते?
क्या अब भी यादों का ठिकाना मेरे पास ही रहेगा?
क्या मैं जिन्दगी भर इन यादों में रहकर अपने आप को अधीर करती रहूं?
हां ! मुझे बढ़ना था अपनी जिंदगी में आगे,
लेकिन अब तुम्हारी यादों को भी तो संभाल के रखने की जिम्मेदारी तुमने मुझ पर ही डाल दी है।
❤️‍🔥
इनको साथ लेकर जिन्दगी में किसी और को साथ लेकर चलना
असंभव है।
हां ! शायद अब ये संभव नहीं लगता कि अब किसी और को साथ भी लेकर चल पाऊंगी।
जब–जब कोई आना भी चाहे पास,
तो तुम्हारी यादें मुझे देखने लगती हैं।
और मैं फिर हिम्मत नहीं कर पाती आगे बढ़ पाने की।

#तुम_और_तुम्हारी_यादें
#जिंदगी_तुम_बिन
#प्यार_वरदान_भी_अभिशाप_भी
© एक पहेली💞