मेरी वो..
ज़माने में ना वो मेरी हो सकी
मै खयालों मे उसको ढूंढता रहा
वो किसी की बाहों को ना भुला सकी
और हम कायनात को भुलाए बैठे थे
© Akash dey
मै खयालों मे उसको ढूंढता रहा
वो किसी की बाहों को ना भुला सकी
और हम कायनात को भुलाए बैठे थे
© Akash dey
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