भारतीय इतिहास की उपेक्षित महानताएँ
भारतीय इतिहास और संस्कृति में अनेक महान सम्राट, संत, और योद्धा हुए हैं, जिनका योगदान हमें गर्व और प्रेरणा देता है। आइए मेरे द्वारा उठाए गए प्रश्नों को और विस्तार से समझने का प्रयास करते हैं:
1. महान सम्राट अशोक
- संसार भर के इतिहासकार सम्राट अशोक के नाम के साथ "महान" शब्द जोड़ते हैं। उनके शासनकाल में भारत में शांति और समृद्धि का दौर था। अशोक ने बौद्ध धर्म को अपनाया और उसे विश्व भर में फैलाया।
- भारत के राष्ट्रीय ध्वज में अशोक चक्र है, जो सम्राट अशोक के राज चिन्ह का प्रतीक है। यह चक्र धर्म, सत्य और न्याय का प्रतीक है।
- भारत का राष्ट्रीय प्रतीक, चारमुखी शेर, भी सम्राट अशोक का राज चिन्ह है और "सत्यमेव जयते" को अपनाया गया है, जो सत्य की विजय का प्रतीक है।
- भारत का सबसे बड़ा युद्ध सम्मान "अशोक चक्र" भी सम्राट अशोक के नाम पर दिया जाता है, जो वीरता और साहस का प्रतीक है।
- सम्राट अशोक ने अखंड भारत (आज का नेपाल, बांग्लादेश, पूरा भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान) पर एकछत्र राज किया। उनके जैसा राजा पहले या बाद में कभी नहीं हुआ।
- उनके शासनकाल को भारतीय इतिहास का सबसे स्वर्णिम काल माना जाता है, जब भारत विश्व गुरु था और सोने...
1. महान सम्राट अशोक
- संसार भर के इतिहासकार सम्राट अशोक के नाम के साथ "महान" शब्द जोड़ते हैं। उनके शासनकाल में भारत में शांति और समृद्धि का दौर था। अशोक ने बौद्ध धर्म को अपनाया और उसे विश्व भर में फैलाया।
- भारत के राष्ट्रीय ध्वज में अशोक चक्र है, जो सम्राट अशोक के राज चिन्ह का प्रतीक है। यह चक्र धर्म, सत्य और न्याय का प्रतीक है।
- भारत का राष्ट्रीय प्रतीक, चारमुखी शेर, भी सम्राट अशोक का राज चिन्ह है और "सत्यमेव जयते" को अपनाया गया है, जो सत्य की विजय का प्रतीक है।
- भारत का सबसे बड़ा युद्ध सम्मान "अशोक चक्र" भी सम्राट अशोक के नाम पर दिया जाता है, जो वीरता और साहस का प्रतीक है।
- सम्राट अशोक ने अखंड भारत (आज का नेपाल, बांग्लादेश, पूरा भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान) पर एकछत्र राज किया। उनके जैसा राजा पहले या बाद में कभी नहीं हुआ।
- उनके शासनकाल को भारतीय इतिहास का सबसे स्वर्णिम काल माना जाता है, जब भारत विश्व गुरु था और सोने...