मासिक धर्म (Periods):भाग 1
आसान नहीं होती एक औरत की जिन्दगी । कितने ही दर्द से हो के गुजरना पड़ता है। और सभी दर्द में एक दर्द ये भी है जो हर महीने मिलता है। जिसे हम " मासिक धर्म" कहते है।
आप यही सोच रहे की कैसे कोई इस पर इतना खुल के बात कर सकता है? इसका तो नाम भी इतना धीरे से लिया जाता है की कोई सुन ना ले। कहीं कहीं तो औरतें इशारे में बात करती है?
मेरा उन्हीं औरतों से सवाल है। ऐसा क्यों? इसमें इतना छुपाने जैसा क्या है? ये तो प्राकृतिक है। मैं ये भी नहीं कह रही...
आप यही सोच रहे की कैसे कोई इस पर इतना खुल के बात कर सकता है? इसका तो नाम भी इतना धीरे से लिया जाता है की कोई सुन ना ले। कहीं कहीं तो औरतें इशारे में बात करती है?
मेरा उन्हीं औरतों से सवाल है। ऐसा क्यों? इसमें इतना छुपाने जैसा क्या है? ये तो प्राकृतिक है। मैं ये भी नहीं कह रही...