अन्याय
सुनयना अपने भाग्य पर फूली नहीं समाती थी। आखिर तीन भाईयों की इकलौती बहन जो थी। लार- प्यार से बचपन बित। रहा था।पर काल के ग्रास के चपेट में कौन कब आ जाए कोई कह नहीं सकता। अचानक तेज बुखार में दिये गये इंजेक्शन के प्रभाव से उसकी आंखों की रौशनी चली गई।
समय बीतता गया। भाईयों को अपना अपना संसार बसाने की चिंता थी। पर सुनयना के लिए रिश्ता देखा जा रहा...
समय बीतता गया। भाईयों को अपना अपना संसार बसाने की चिंता थी। पर सुनयना के लिए रिश्ता देखा जा रहा...