कल्पना
सपने देखने का अधिकार तो हर इंसान को होता है, परंतु देखे हुए सपनो को पूर्ण करने के लिए ऊँची उड़ान भरना भी बहुत जरूरी है, और इसके लिए हमें कल्पनिक जगत में घूमना उससे भी आवश्यक है।कल्पना एक समंदर के समान है जिसमें अगर डूब जाए तो न जाने कहाँ पहुंच जाते हैं, खासकर एक कवि के लिए कल्पना उसका जीवन है,तभी वह अपने स्वप्नो की उड़ान भर पाता है और उन्हें पूरा करता है। वह सपने में पूरे जगत को देखता है और जीवन के महीन तत्वों को
संसार के...
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