...

32 views

शुक्रिया जिंदगी
#जंगल
मैंने कहा था स्पेयर टायर चेक करवा लेना निकलने से पहले, लेकिन तुम को तो बस हर बात मज़ाक लगती है। सुदीप ने गुस्से में झुंझलाते हुए रवि से कहा। उफ्फ नेटवर्क भी नहीं है मोबाइल में और इस घने जंगल में कोई दिख भी नहीं रहा। अचानक दोनों को बाँसुरी की आवाज सुनाई दि उन्होंने सोचा इस घने जंगल में ये आवाज कैसी, दोनों आगे बढ़े उसी आवाज कि ओर,वहाँ एक नन्हा सा बालक दो भेड़ लिए मस्ती में बाँसुरी बजा रहा था जैसे कोई कृष्ण कन्हैया|रवि ने उस बालक से पूछा तुम कौन हो ओर इतनी घने जंगल में अकेले ओर वो भी इतनी प्रसन्नता के साथ? बालक ने कहा की ये दुनियाँ ही एक जंगल हैं जहाँ कोई फस गया हैं तो कोई बस गया हैं ,कोई परेशान हैं तो कोई प्रसन्न, बालक कि बात सुनकर दोनों सोच में पड़ गए कि इतना छोटा बालक इतना होशियार, फिर सुदीप ने बड़ी जिज्ञासा से पूछा की प्रसन्न कैसे रहा जा सकता हैं, कैसे हम मुश्किलों में भी हर्षित रह सकते हैं? बालक मुस्कुराया ओर कहा की जो हम प्राप्त करना चाहते हैं वो बीज बोना शुरू कर दे शिकायत छोर शुक्रिया करे जंगल में फसे नहीं हैं फसाए गए हैं की हम औरों का दर्द जान सके जिंदगी को अपना गुरु समझे ओर गुरु का इंतिहाँन भी हमारे उन्नति के लिए होता हैं जो गुरु का अपमान करते हैं वो सत्य से कभी अवगत नहीं हो सकते हैं,और सत्य के बिना भटकाव कभी शांत नहीं हो सकता|बालक कि बात सुनकर रवि और सुदीप को अब जंगल में फसने का दुःख नहीं था बल्कि वो अब निकलने का मार्ग प्रसन्नता पूर्वक ढूढ़ रहे थे इस उत्साह के साथ कि अब जिंदगी मिल गयी हैं जंगल में ☺