यादश Part - 2
शहबाज को तब एहसास हुआ की याददाश्त भी चली जाए चाहे इंसान की। लेकिन इंसान उसे शख्स को कभी नहीं भूलता जिससे वह प्यार करता है। वह भी कितना पागल था जो यह समझ ही नहीं पाया की जो इंसान याददाश्त जाने पर भी तुम्हें भूल नहीं पाया। वह इंसान तुम्हें इतनी आसानी से कैसे भूल सकता है।
सहबाज को अपनी मोहब्बत का एहसास हो चुका था। और अब उसने यह निश्चय कर लिया कि वह अब...
सहबाज को अपनी मोहब्बत का एहसास हो चुका था। और अब उसने यह निश्चय कर लिया कि वह अब...