स्मृतिया
आज जब मैं स्कूल से आई तो बहुत ज्यादा अकेला महसूस किया खुद को,आज मैं बस सोचने लगी कि आखिर इस दुनिया में कौन है मेरा ...!!
फिर चारो तरफ़ नज़र घुमाइ तो बहुत से रिश्ते नज़र आएँ,प्यार से भरे लेकिन पीठ पीछे जहर उगलने वाले ..!!
फिर याद आयी माँ की जो मुझे बहुत प्यार करती थी, घर में कोई मेरे बारे में सोचे या ना सोचे माँ हमेशा मेरे लिए परेशान रहती थी,क्योंकि वो...
फिर चारो तरफ़ नज़र घुमाइ तो बहुत से रिश्ते नज़र आएँ,प्यार से भरे लेकिन पीठ पीछे जहर उगलने वाले ..!!
फिर याद आयी माँ की जो मुझे बहुत प्यार करती थी, घर में कोई मेरे बारे में सोचे या ना सोचे माँ हमेशा मेरे लिए परेशान रहती थी,क्योंकि वो...