दोस्ती का सफर
वैसे बचपन से ही यूं तो जीवन के सफर में मेरे अनेक दोस्त बने। मगर जैसे-जैसे समय गुजरता गया , वैसे-वैसे नये दोस्त बनते गए और पुराने साथी बिछुड़ते गये।
किंतु मेरे अब तक के सफर में मेरा प्यारा दोस्त सुरज रहा। जिसने मेरी हर विकट परिस्थिति में साथ दिया।
बचपन में, हम जिस सरकारी स्कूल में पढ़ते थे। उसमें सुरज मुझसे एक कक्षा आगे पढ़ता...
किंतु मेरे अब तक के सफर में मेरा प्यारा दोस्त सुरज रहा। जिसने मेरी हर विकट परिस्थिति में साथ दिया।
बचपन में, हम जिस सरकारी स्कूल में पढ़ते थे। उसमें सुरज मुझसे एक कक्षा आगे पढ़ता...