शक्ति –जो हमारे चारों तरफ है
कभी-कभी लगता है क्या लिखूं या क्या बताऊं ऐसा लगता है, दुनिया में बहुत कुछ लिखा जा चुका है , बहुत तरीके से लिखा जा चुका है ,सब अपनी बात अपने हिसाब से बताते है ।
सब ने कुछ न कुछ किसी न किसी विषय पर लिख दिया है ,फिर सोचती हूं क्या अभी भी कुछ बाकी है लिखने के लिए जो दुनिया को नहीं पता है या दुनिया नहीं जानती ,बहुत सोचती हूं इतनी बड़ी दुनिया है ,कितना बड़ा संसार है, इतने लोग हैं, और क्या हम सच में एक दूसरे से अलग है ,हम अलग हैं हमारे शरीर अलग पर हमारे जो विचार है कहीं ना कहीं आपस में किसी न किसी...
सब ने कुछ न कुछ किसी न किसी विषय पर लिख दिया है ,फिर सोचती हूं क्या अभी भी कुछ बाकी है लिखने के लिए जो दुनिया को नहीं पता है या दुनिया नहीं जानती ,बहुत सोचती हूं इतनी बड़ी दुनिया है ,कितना बड़ा संसार है, इतने लोग हैं, और क्या हम सच में एक दूसरे से अलग है ,हम अलग हैं हमारे शरीर अलग पर हमारे जो विचार है कहीं ना कहीं आपस में किसी न किसी...