...

11 views

कुछ अनसुलझे सवाल
हमें अलग हुए 3 साल हो गए,
और उसे देखे हुए मुझे 1 साल हो गया,
पर कोई सुबह कोई पल ऐसा नही था जब वो
मेरे ख्यालों में न रहा हो, मुझे अब आदत हो गयी है उसके खयालों के साथ जीने की,
सुना है कि आप के ख्यालों में आने वाला शख्स भी कही न कही आपके बारे में सोचता रहता है तब ही वो आपके ख्यालो में आता है ।

सोचते है कि हो सकता है कि उसके ख्यालो में भी शायद हम रहते हो इस ही लिए हम भी उसे भूल नही पाते,हो सकता है हम दोनों के अलग होने के बाद अब तक उसकी जिंदगी में कोई दूसरा शख्स न आया हो,
पर तब जब कोई और उसकी जिंदगी में शामिल होगा क्या तब भी वो
मुझे याद रखेंगे या भूल जाएंगे।

क्या कभी वो पलटकर मेरा हाल चाल पूछेंगे,
या जो पल हमने साथ गुजारे उन्हें यूँही भूल जाएंगे,

कभी कभी सोचते हैं कि एक बार उनसे उनका हाल पूछ ले फिर डर लगता है कि कहीं उसने
पहचाना ही नही तो या शायद वो अपनी ज़िंदगी मे आगे बढ़ चुके होंगे,शायद अब उन्हें मेरा उन्हें याद करना अच्छा न लगे,शायद अब कोई और उनकी ज़िंदगी का हिस्सा होऔर हम उनका बीता हुआ कल।

डर लगता है वापस उस इंसान से बात करने में
कहीं उसने कुछ गलत बोल दिया कुछ ऐसा
जिस से दिल का दर्द वापास बढ़ जाये,पर अगर वो जा चुका है,तो मेरे ज़हन से क्यो नही जाता।

उसका पता नही पर हमने तो उसे एक बच्चे जैसा प्यार किया था हमारे लिए तो उसे भूलना आसान नही हम हमेशा उसके लिए दुआ ही करेंगे।
© ख्यालों का शहर