हर किसी को किसी बड़े का साथ चाहिए
हर किसी को किसी बड़े का साथ चाहिए पर उस विराट परमात्मा से जिसने नाता जोड़ लिया जिसने जान लिया की मृत्यु ही सत्य है और उसका गोद ही शाश्वत है ।
फिर उसे कोई चीज़ कैसे डगमगा सकती है ।
यहां जो है वह क्षण भर के लिए रहने वाला है ।
बस इतना समझ ले उस परमात्मा ने हमे थामा हुआ है और वही हमे चला रहा है जब उसने थामा ही है तो चिंता किस बात की फिक्र किस बात की यदि फिक्र है तो इतना है की हम अपने आप को उस परमात्मा से भी अगल समझ बैठे है बड़ा समझ बैठे मैं हूं का भान जो हमे उस परमात्मा से अलग करता है ।।
परमात्मा कोई दूसरा नहीं आप ही के अंदर हुपा हुआ दर्शक है जो सिर्फ देखने वाला है ।
यह तो समस्त कार्य प्रकृति का भौतिकी का है वह तो उसका भी दर्शक है । वह न तो भोगता है और न ही कर्ता। वह तो सिर्फ शाक्षी है यही उसका मूल स्वभाव है ।
बाकी तो सारा जगत एक नाटक है
नाटक एक अच्छा मंत्र है जब भी कुछ कहने आए एक नाटक जब भी कुछ देखो नाटक चल रहा है हर चीज़ एक नाटक ही है ।
और इस नाटक को हम सीरियस मान लेते है यह हमारी दिमागी बीमारी है सीरियस होने वाला खुद को ही भीतर से पीटने लगता है ।। #thyogi #yogisonu #parkti #darshan #shastr
फिर उसे कोई चीज़ कैसे डगमगा सकती है ।
यहां जो है वह क्षण भर के लिए रहने वाला है ।
बस इतना समझ ले उस परमात्मा ने हमे थामा हुआ है और वही हमे चला रहा है जब उसने थामा ही है तो चिंता किस बात की फिक्र किस बात की यदि फिक्र है तो इतना है की हम अपने आप को उस परमात्मा से भी अगल समझ बैठे है बड़ा समझ बैठे मैं हूं का भान जो हमे उस परमात्मा से अलग करता है ।।
परमात्मा कोई दूसरा नहीं आप ही के अंदर हुपा हुआ दर्शक है जो सिर्फ देखने वाला है ।
यह तो समस्त कार्य प्रकृति का भौतिकी का है वह तो उसका भी दर्शक है । वह न तो भोगता है और न ही कर्ता। वह तो सिर्फ शाक्षी है यही उसका मूल स्वभाव है ।
बाकी तो सारा जगत एक नाटक है
नाटक एक अच्छा मंत्र है जब भी कुछ कहने आए एक नाटक जब भी कुछ देखो नाटक चल रहा है हर चीज़ एक नाटक ही है ।
और इस नाटक को हम सीरियस मान लेते है यह हमारी दिमागी बीमारी है सीरियस होने वाला खुद को ही भीतर से पीटने लगता है ।। #thyogi #yogisonu #parkti #darshan #shastr
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