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एक असम्भव प्रेम गाथा एक दास्तान।।
बाबा का अधूरा सपना -एक सभ्य आचारिका जब एक गरीब घर में जन्म लें लेती है तो फिर उसे बहुत ज्यादा कठिनाई से जूझना पड़ता है,
पात्रो की छवि -पोस्टर📝
नायिका -चन्द्रावती
रोजगार -ग्यरावी
मा-कुम्हारिन
पिता -वृध्द
पिता वृद्ध होने के कारण खटिया से उठ नहीं पाते,आई जो कुम्हारिन का काम किया करती,
दिन भर पांच सौ-से कर कर हजार तक की कमाई हो ही जाती थी, मगर एक सफल जीवन शैली में इतनी आय का महत्व सून्य के भाव बरार है क्योंकि जितने लोगों उतने ख़र्च इसलिए इतने गुजारा कर वक्त और मंहगाई को देखते हुए और मुश्किल होता जा रहा था मनो जैसे आलू सोना तथा मटर अंगुनिका तथा टमाटर हीरे के भाव कम थे,जब तक सब ठीक था तब मनो "बज़ार मे गुड़िया बिक जाया करती थी मगर जैसे कि हालात गंभीर हुये मनो कुंभ में अकाली छा गाई -जिसने एक वृद्ध के अभिमान
तथा स्वाभिमान को ठोकराकर उसकी नू को
तिनका तिनका टूट कर आसामान समेटने पर
मज़बूर कर दिया हो।।
#पतन
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