मन चली दुनिया
इस दुनिया के कितने रंग नजर आ
रहे हैं,
सुबह सायं सब बदलते जा रहे हैं!
अभी सुन्दर बोली घोल कर,
वो देखो जहर पिला कर जा रहे हैं!
सामने तुम्हारे तुम्हीं को चुरा कर
जायेंगे
बचा कर रखना खुद को ये लोग
रंग बदलते जा रहे हैं!
पल मे लुटा देंगे कभी...
रहे हैं,
सुबह सायं सब बदलते जा रहे हैं!
अभी सुन्दर बोली घोल कर,
वो देखो जहर पिला कर जा रहे हैं!
सामने तुम्हारे तुम्हीं को चुरा कर
जायेंगे
बचा कर रखना खुद को ये लोग
रंग बदलते जा रहे हैं!
पल मे लुटा देंगे कभी...