...

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जीवन
उसने कहा- बेवजह ही
ख़ुश हो क्यों?
मैंने कहा- हर वक्त
दुखी भी क्यों रहूँ?
उसने कहा- जीवन में
बहुत ग़म हैं।
मैंने कहा -गौर से देख,
ख़ुशियाँ भी कहाँ कम हैं?
उसने तंज़ किया -
ज्यादा हँस मत,
नज़र लग जाएगी।
मेरा ठहाका बोला-
हंसमुख...