तुम चलो...
तुम चलो रास्ते बन जायेंगे
सब्र रखो मंजिल मिल जायेंगे।
तुम अकेले नहीं जिनके हिस्से मुस्किलें है,
आगे बढ़ो सब सुलझ जायेंगे।
कहां जिंदगी बिन मेहनत के कुछ देती है,
तुम भी करो तो सब संवर जायेंगे।
खुद को काबिल इस कदर बनाओ,
जो भी चाहा है सब मिल जायेंगे।
ना हौसला कम रखो ना उम्मीद छोड़ना,
फिर तेरे दिन भी बदल जायेंगे।
इस जिंदगी की खासियत यही है,
जो हार ना माना, वही सब जीत जायेंगे।
सब्र रखो मंजिल मिल जायेंगे।
तुम अकेले नहीं जिनके हिस्से मुस्किलें है,
आगे बढ़ो सब सुलझ जायेंगे।
कहां जिंदगी बिन मेहनत के कुछ देती है,
तुम भी करो तो सब संवर जायेंगे।
खुद को काबिल इस कदर बनाओ,
जो भी चाहा है सब मिल जायेंगे।
ना हौसला कम रखो ना उम्मीद छोड़ना,
फिर तेरे दिन भी बदल जायेंगे।
इस जिंदगी की खासियत यही है,
जो हार ना माना, वही सब जीत जायेंगे।