चीर के जमीन को, मैं उम्मीद बोता हूँ… मैं किसान हूँ, चैन से कहाँ सोता हूँ…
"जब भोजन की थाली सामने आ जाए, तो भोजन के समय ईश्वर को नहीं उस महान किसान को धन्यवाद देना", चलिए आज उन लोगों के बारे मे बात करते है जिनके बारे में सरकार बात नही करती या करती है तो बस ये एक चुनावी मुद्दा होते है उनके लिए ,चुनाव खत्म होते ही, ये मुद्दा किसी ठंडे बस्ते में चला जाता है।।
👉आप सोचो खुले आसमान के निचे जो चारपाई दिखाई देती है इस ठिठुरती हुई सर्दी में किसान रात भर पुरानी रजाई और एक गदुली मे बिना पलक झपकाये कैसे रात गुजारता होगा।
3 से 4 माह तक वो 24×7 यहाँ समय व्यतीत करता है किसी भी रात को यदि उसको नींद आ जाती है तो #गाय #नीलगाय और जंगली सुअर मिलकर मात्र 1...
👉आप सोचो खुले आसमान के निचे जो चारपाई दिखाई देती है इस ठिठुरती हुई सर्दी में किसान रात भर पुरानी रजाई और एक गदुली मे बिना पलक झपकाये कैसे रात गुजारता होगा।
3 से 4 माह तक वो 24×7 यहाँ समय व्यतीत करता है किसी भी रात को यदि उसको नींद आ जाती है तो #गाय #नीलगाय और जंगली सुअर मिलकर मात्र 1...