समाज:- सभ्य या असभ्य
किसी भी जीव पे कुछ अंकुश होना बहुत आवश्यक है।
औरत और आदमी इस दुनिया की वो कृति हैं जिन पर ये बात पूरी तरह से लागू होती है।आदमियों को सदियों से हर काम की स्वतन्त्रता दी गई। नतीजा ,औरत को रूह ही समझना छोड़ दिया गया,केवल जिस्म समझा गया,मेरी ही...
औरत और आदमी इस दुनिया की वो कृति हैं जिन पर ये बात पूरी तरह से लागू होती है।आदमियों को सदियों से हर काम की स्वतन्त्रता दी गई। नतीजा ,औरत को रूह ही समझना छोड़ दिया गया,केवल जिस्म समझा गया,मेरी ही...