...

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गहन सामाजिक मुद्दा
माफ करना कुछ गलत कहा हो तो
किसी को बात चुभे उसके के लिए माफी
पर मैं जो भी लिखूंगी वो सच है
हमारे समाज में दुनिया में लोग ये सब करते ही है।
मैं उसी मुद्दे पर यहां लिख रही हूं

पहला मुद्दा.....
कहते है हमारा देश बदल चुका है ,
लोग बदल चुके है,
सोच बदल चुकी है ,
क्या आपको लगता है ऐसा हुआ है??
नहीं....
मुझे नही लगता की ......
ना लोगो की सोच बदली है,
ना लोग बदले है ,
आज भी हमारे समाज में पिछड़ी हुई सोच है, ।

आज भी हमारे समाज में जात पात कुल धर्म
ये सब चलता है ,
ये हमारे धर्म का नहीं,
ना ये हमारी जात का नहीं है
ये तो मुस्लिम है ,
ये अभी भी धारणा है हमारे समाज मैं
ये किसने बनाए है जात पात कुल धर्म
हम इंसानों ने ...
भगवान ने तो नही बनाए
खून को पहचान सकते हो
की ये किसका है कौनसी जात का है ,
क्यूंकि होता तो वो भी लाल ही है।
जब हम खून में बता नही सकते
तो हम इंसान होते कोन है जात पात मैं भेदभाव करने वाले
ये पिछड़ी सोच कब खत्म होगी ।।


दूसरा मुद्दा.....
बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ
हम सब ये नारे लगाते है
क्या असल...