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कृष्ण मुस्कान
मैं घर से वॉक के लिए निकला था सुबह के लगभग6:00 बजे थे रास्ते में एक 7-8 साल का बच्चा मुझे मिला उसके चेहरे की मुस्कान मैंने दूर से ही देख ली थी जो मुझे आकर्षित कर रही थी वह मेरी तरफ आ रहा था जैसे ही वह मेरे नजदीक पहुंचा उसके चेहरे की मुस्कान मुझे और उसकी तरफ आकर्षित करने लगी मैंने उसको कुछ नहीं बोला लेकिन वह मेरे नजदीक आते ही एक मंद मुस्कान के साथ गुड मॉर्निंग अंकल बोलकर आगे निगल गया था । मैंने भी उसकी गुड मॉर्निंग का जवाब गुड मॉर्निंग से दिया था । मैं उसे जानता नहीं था पता नहीं क्या था अट्रैक्सन था । पता नहीं वह दिल की आवाज थी क्या था पता नहीं उसने कैसे इसको महसूस किया और उसने मुझे गुड मॉर्निंग बोला । उसके चेहरे की मुस्कान मेरी आंखों के सामने अभी भी वैसे ही जागता जाती है जैसे कि वह मेरे सामने खड़ा है । पता नहीं क्योंमैं उसकी मंद मुस्कान कोभूल नहीं पा रहा था । मुझे लग रहा था जैसे वह कोई दिव्य आत्मा है , कोई आत्मा जैसे वर्ग से उतरा हुआ है भगवान मुझे हसने की मुस्कुराने की प्रेरणा दे रहे हैंऔर बोल रहे आज से बस इसी तरह तुमको भी मुस्कुराना है कैसी भी सिचुएशन हो कैसी भी स्थिति हो कोई भी कंडीशन हो सुख हो या दुख हो लाइफ जीवन में अप हो या डाउन हो हमेशा चेहरे पर मुस्कान रहना चाहिए मैं जहां भी जाता उसका चेहरा मेरे सामने आता वह मेरे लिए प्रेरणा स्रोत बन गया था । मैं उसी रास्ते से फिर कई बार गया समय फॉलो किया लेकिन वह मुझे फिर कभी नजर नहीं आया इसका क्या मतलब था मैं समझ नहीं पा रहा था । अभी तो मेरे दिल में कुछ और ही ख्याल आ रहे थे मैं सोचने लगा क्या यह वही कृष्णा है जिन्होंने गोकुल में हजारों गोपियों को मंत्र मुक्त कर दिया था चकित कर दिया था जिनके प्यार में लोग पागल थेअपना सब कुछ छोड़ने के लिए तैयार थे जिनके पीछे जमाना था वह बच्चा मुझमें प्रेरणा दे रहा था मेरे लिए प्रेरणा का एक बहुत बड़ा स्रोत बन गया था ।
जैसे लग रहा था जैसे जीवन बदल जाएगा । मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं खुद पर काबू पा रहा हूं ।
© Aman1097