Fire in the hut-part 1
वियान और नंदिता पुरी तरह पानी में भीग चुके थे और उनका स्कूटर था कि स्टार्ट होने का नाम नहीं ले रहा था काफी दूर तक उन्होंने स्कूटर को खींचा' इसके बाद उनको एक झोपड़ी दिखाई दी तो वे दोनों उस की तरफ शरण लेने के लिए चल दिए । नंदिता एक शादीशुदा महिला थी जिसकी शादी नवीन के साथ हुई थी और जो वियान के बहुत बड़े घर में किराए पर रहती थी वियान उसके मकान मालिक का लड़का था जो कि उसी के कॉलेज में पढ़ता था वियान अपने 21 साल पूरे कर चुका था । नंन्दिता वियान के ही कॉलेज में पढ़ाती थी उसका पति नवीन अक्षर घर से बाहर रहा करता था और उसके परिवार के साथ अच्छी खासी नजदिकिय। ' नंदिता और वियान के बीच एक अनकहा प्यार पनप रहा था ननदिता एक जवान सुंदर महिला था साथी ध्यान के जमाने की चाहिए उसे पर पूरी तरह से कदम रख चुका था । जिस पर कोई भी महिला आकर्षित हो सकती । दोनों ही आग और लकड़ी की तरह थे जितने ही नजदीक होते थे चिंगारी उतनी ही भडकती थी ।
और आज ही बारिश का मौसम इस आग को बुझाने की जगह भड़काने वाला था । नंदिता और वियान दोनों बारिश खत्म होने का इंतजार कर रहे थे तभी जोर-जोर से पिछली कड़कने लगी नंदिता वियान की बाहों में लिपट गई थी नंदिता ने वियान को अपनी बाहों में पूरी तरह से भर लिया था वियान ने भी उसको अपनी बाहों में थाम लिया जैसे ही बिजली कड़कना बंद हुआ नंदिता ने अपने आप को वियान की बाहों से अलग किया ।
नंदिता के चेहरे पर शर्म खुशी और सरप्राइज का एक अनोखा भाव था ।
नंदिता ने वियान के होठों पर एक हल्का किस किया ।
नंदिता इस्माइल करते हुए थैंक यू वियान आज आखिर जो काम हमने कभी नहीं कर पाए आज बारिश की इन् चंद बूंदों ने आखिर कर ही दिया ।
to be continue ----
© Aman1097