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Nikku chapter no.18
एग्जाम के महज 3 दिन बचे थे और मैं कुछ भी नही पढ़ा था फिर नितेश मुझे ओर मेरे दोस्त को पढ़ाने लगा उन दिनों नितेश बहोत मदद की थी मेरे पढ़ने मैं,निक्कू तो खुद पढ़ लेती थी और बस नोट्स मुझसे मांगती थी,ओर मैं दे भी देता है जितने हो सके मैं करता था उसके लिए।
एग्जाम के अब दो दिन बचे थे रात को शिक्षक का फोन आया सर पूछ रहे थे कि क्या क्या पढ़ लिया है मैंने सब बताया ये पढ़ा है और ये नही फिर सर थोड़ा इम्पॉर्टेन्ट प्रशन बताने लगे,पूरा बात किये और कहे कि बेटा ये कयामत की रात है पढ़ लो पता नही मन मे ये सोच रहा था कि इतना डॉयलोग्स लाते कहा से है,
फिर नितेश से सर बात करने लगे और उसको बोलने लगे कि दोनों पे ध्यान देना और रात भर पढ़ाना ओर एक ओर बात नितेश को बोले कि ये बिहारी है तुमको बेबकुफ़ बना कर सो जाएगा इसलिए ध्यान देना।।
बाद मैं मुझे पता चला की सर तो पूरा पी लिए थे,इसीलिए ऐसा ऐसा बात बोल रहे थे।
उधर निक्कू पूरा पढ़े जा रही थी मेरे से बात भी कम कर रही थी,बस एग्जाम के दीन फ़ोन करती और पूछती कितने बजे से एग्जाम है और एग्जाम होने के बाद थोड़ा बहोत बात होता ,वेसे एग्जाम के बीच निक्कू का जन्म दिन भी आ गया और मैं रात को इंतेज़ार कर रहा था कि कब 12 बजे मैं उसे विश करूँगा की जन्मदिन मुबारक हो,पर जब कॉल किया रात को तो उसका कॉल व्यस्त था मुझे लगा रिशव का कॉल होगा पर नही उसके दोस्त का था जो कि पहले से ही लगा कर रखा था और उसके जन्मदिन के दिन ही मैं उस से लड़ लिया फिर निक्कू प्यार से समझाई तब जाकर मैं माना
फिर पार्टी की बात चली ओर बात चलाने वाला सबसे पहले नाम राकेश का ही आएगा राकेश ने ही पार्टी की बात की अभी तो एग्जाम है एग्जाम के बात पार्टी दे रही हो या नही निक्कू बोली ठीक है ,
सब इंतेज़ार मैं थे पार्टी मिलेगा ,
एग्जाम खत्म हो गयी निक्कू को फ़ोन लगाया गया कि निक्कू पार्टी कब दे रही हो निक्कू बोली अभी नही आज थक गई हूं कल ले लेना पर कल कभी नही आता ये किसी को नही पता था राकेश का ट्रैन था उसने पार्टी के चक्कर मैं ट्रैन तक कैंसिल करवा ली,निक्कू अगले दिन शायद साम को चली गयी बेचारा राकेश को पार्टी नही मिल पाई,बहोत दुख की बात थी उसके लिए की उसने टिकट तक कैंसिल करवा लिया था,मेरा क्या था मुझे घर नही जाना था मुझे तो झांसी जाना था दी कि पास,पर वो वक़्त आज भी याद आती है और मुझे इतनी हँसी आती है कि सबसे बड़ा वाला राकेश का कटा था,बेचारा उसे पार्टी नही मिला और आज तक नही मिला ।।।
सब घर चले गए मैं भी निकल गया नितेश के साथ उसे आगरा जाना था और मुझे झांसी रास्ता एक ही था।।


To be continued......