रिश्ते क्या होते हैं ,
रिश्ते क्या होते हैं , क्यू बना हैं , ऐसे रिश्ते जिसमें कोई विश्वास ना हो, क्या रिश्तों का बनाना ही जरूरी होता हैं , अगर ऐसा हैं , तो नहीं चाहिए ऐसे रिश्तें जिसमें सक की गुंजाइश हो.....
और इस रिश्ते का मर जाना ही ठीक हो क्युकी रिश्ते सच के बुनियाद पर टिकते हैं , ना कि झूट के बुनियाद पर....
एक रिश्ता सिर्फ अच्छे बुरे की फरक को दर्शाता हैं , उसे समझने में हमे बहुत सपोर्ट देता हैं, तो ऐसे रिश्ते हो जो अच्छे भी हो और सच का सामना करना पड़े तो कर ले जाए, तब एक रिश्ता अच्छी तरह से सही होता हैं, ना कि झूट का सहारा ले के ,
जब हम इन सब चीजों से दूर जाते हैं , तो दर्द का एहसास दिल के भीतर भी होता हैं, और पूरे मन को झकझोर देता हैं, इस लिए रिश्ते का सही मतलब पता होना जरूरी होना चाहिए....
© ✍️अधूरी जिंदगी कुछ शब्द
और इस रिश्ते का मर जाना ही ठीक हो क्युकी रिश्ते सच के बुनियाद पर टिकते हैं , ना कि झूट के बुनियाद पर....
एक रिश्ता सिर्फ अच्छे बुरे की फरक को दर्शाता हैं , उसे समझने में हमे बहुत सपोर्ट देता हैं, तो ऐसे रिश्ते हो जो अच्छे भी हो और सच का सामना करना पड़े तो कर ले जाए, तब एक रिश्ता अच्छी तरह से सही होता हैं, ना कि झूट का सहारा ले के ,
जब हम इन सब चीजों से दूर जाते हैं , तो दर्द का एहसास दिल के भीतर भी होता हैं, और पूरे मन को झकझोर देता हैं, इस लिए रिश्ते का सही मतलब पता होना जरूरी होना चाहिए....
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