बचपन का प्यार
बोरिंग बच्चा था वो क्लास का बचपन में
मगर जैसे जैसे वो बड़ा होता गया
एक अलग ही निखार आया उसके रंग में
और फिर उसके रंग में रंग जाने के लिए लड़कियां बेताब होने लगीं क्यूँकि अब चाहे पढाई हो या फिर गेम्स वो तो सबमें...
मगर जैसे जैसे वो बड़ा होता गया
एक अलग ही निखार आया उसके रंग में
और फिर उसके रंग में रंग जाने के लिए लड़कियां बेताब होने लगीं क्यूँकि अब चाहे पढाई हो या फिर गेम्स वो तो सबमें...