घूँघट की आड़।
मेरी दूसरी शादी एक होम्योपैथिक डॉक्टर से हुई थी और मेरी पहली पत्नी का ब्लड कैंसर से निधन हो गया था और मेरे मम्मी पापा जी की इच्छा थी कि मेरी पत्नी यानि उनकी बहुरानी घूँघट ओढ़ कर आयेगी और उनके सामने या कोई भी मेहमान या रिश्तेदार आते हैं तो घूँघट ओढ़ कर रहेगी। या कहीं पर मम्मी पापा जी के साथ जायेगी तो घूँघट ओढ़ कर रहेगी।
जब मैं दुल्हा बनने जा रहा था और तैयार हो रहा था तो मुझे अपनी पहली पत्नी भावना की याद आ गई और फ्लैश बैक में चला गया जब मैं कॉलेज में पढ़ता था तो वहाँ पर एक मेरे साथ ही बहुत ही सुंदर लड़की का एडमिशन हुआ और वो मेरी जूनियर थी। हम दोनों ही पहली नज़र में एक दूसरे को पसंद करने लगे थे और लंच टाइम में कैंटीन में जब मैं अपने दोस्तों के साथ बैठकर चाय पी रहा था और समोसे खा रहा था तो वो अपनी सहेलियों के साथ वहाँ पर आई थी।
उसने भी मेरी तरफ़ देखते हुए चाय और समोसे का आर्डर किया और चाय पीते पीते समोसा खाने लगी और तभी उसकी तबियत ख़राब हो गई और वो उल्टी करने लगी। तब मैंने सुना कि उसे तेल वाले खाद्य पदार्थों से एलर्जी है और वो सिर्फ़ मुझे दिखाने के लिए समोसा खा गई थी। हमारे कॉलेज की छोटी सी डिस्पेन्सरी में डॉक्टर ने दवा देके उसे घर जाकर आराम करने के लिए कहा और वो जाना नहीं चाहती थी और मेरी तरफ़ ही देख रही थी और सबको पता...
जब मैं दुल्हा बनने जा रहा था और तैयार हो रहा था तो मुझे अपनी पहली पत्नी भावना की याद आ गई और फ्लैश बैक में चला गया जब मैं कॉलेज में पढ़ता था तो वहाँ पर एक मेरे साथ ही बहुत ही सुंदर लड़की का एडमिशन हुआ और वो मेरी जूनियर थी। हम दोनों ही पहली नज़र में एक दूसरे को पसंद करने लगे थे और लंच टाइम में कैंटीन में जब मैं अपने दोस्तों के साथ बैठकर चाय पी रहा था और समोसे खा रहा था तो वो अपनी सहेलियों के साथ वहाँ पर आई थी।
उसने भी मेरी तरफ़ देखते हुए चाय और समोसे का आर्डर किया और चाय पीते पीते समोसा खाने लगी और तभी उसकी तबियत ख़राब हो गई और वो उल्टी करने लगी। तब मैंने सुना कि उसे तेल वाले खाद्य पदार्थों से एलर्जी है और वो सिर्फ़ मुझे दिखाने के लिए समोसा खा गई थी। हमारे कॉलेज की छोटी सी डिस्पेन्सरी में डॉक्टर ने दवा देके उसे घर जाकर आराम करने के लिए कहा और वो जाना नहीं चाहती थी और मेरी तरफ़ ही देख रही थी और सबको पता...