"हाथ मिलाने रुक जाना.."P2: letter-२
जब भुला ही नहीं पाया मे तुम्हे तोे, याद दिलाने का कोई सवाल ही नहीं उठता मगर तुम्हे भुलने का नाटक करने की वजाह क्या है? पता हैं? एक वक्त था जब मे चाहता था के तुम मझसे बात करो ओर आज ये वक्त है की तुम मुझसे बात करना चाहते हो तुम्हारे आँखो मे देखा मैने और इसी चीज को देखकर मैंने ये नाटक किया । तब तुम मुझे समझ नही पायी थी...