ना भुलने वाला ट्रेन सफर🕉️
#LastTrain
ट्रेन काफी लेट हो चुकी थी। रात होने लगी थी। लेकिन जाना जरूरी था क्योंकि मां के कई बार फोन आ चुके थे कि आजा मिल जा अब तो तीन दिन की सरकारी छुट्टियां आ रही है। इसलिए ओफिस के बाद शाम की ट्रेन बुक करवाईं थी। ट्रेन दो घंटे लेट आई। मैं जल्दी से ट्रेन में चढ़ गई ताकि सीट मिल सके। जैसे ही मैंने नज़र दौड़ाई मैंने देखा कि ट्रेन में किसी दूसरे ही ज़माने के लोग बैठे हुए हैं।यह नजारा देख कर मैं हैरान रह गई। मैंने देखा कि ट्रेन में अलग-अलग काल के यात्री...
ट्रेन काफी लेट हो चुकी थी। रात होने लगी थी। लेकिन जाना जरूरी था क्योंकि मां के कई बार फोन आ चुके थे कि आजा मिल जा अब तो तीन दिन की सरकारी छुट्टियां आ रही है। इसलिए ओफिस के बाद शाम की ट्रेन बुक करवाईं थी। ट्रेन दो घंटे लेट आई। मैं जल्दी से ट्रेन में चढ़ गई ताकि सीट मिल सके। जैसे ही मैंने नज़र दौड़ाई मैंने देखा कि ट्रेन में किसी दूसरे ही ज़माने के लोग बैठे हुए हैं।यह नजारा देख कर मैं हैरान रह गई। मैंने देखा कि ट्रेन में अलग-अलग काल के यात्री...