...

17 views

मेरी प्यारी Nikku chapter 6
कहते है जब किस्मत खराब रहता तो भगवान भी नही बचा सकता है वही हुआ मेरे साथ भी,निक्कू पूछी क्या हुआ आज मुझे भी बताना पड़ा सच की अभिभावक को बुलाया गया है,क्या कर सकते है अब निक्कू भी समझा रही थी कि सब ठीक हो जाएगा दोस्त के नाते वो भी अपना फर्ज निभा रही थी,ओर जब सारी लड़कियों ने ब्लॉक कर दिया था मुझे उस समय बस निक्कू मेरे साथ खड़ी थी,निक्कू पूरा समझाए जा रही थी अब मत करना आगे से ये सब मत करना,मैं भी ह अब नही करेंगे,मैंने निक्कू को बताया कि स्थानीय अभिभावक को भी बुलाया गया है निक्कू पूछने लगी क्यों मैं बोला अरे बस बुलाया गया है क्योंकि वो नजदीक है ना इसीलिए,निक्कू बोली अच्छा तेरी शिकायत के लिए मैं बोला ह पर कुछ नही होगा तुम चिंता न करो,निक्कू बोली ओर बताओ क्या क्या लड़कियों ने बोली तुम्हारे बाड़े मैं,मैंने बोला छोरो अभी ये सब बातें बाद मैं बताऊंगा फिर कभी ओर सुनो निक्कू तुझे ब्लॉक करना है निक्कू बोली क्या किसको,मैंने बोला मुझे निक्कू बोलती ह अच्छा सोचती हूं और हँसने लगी अच्छा निक्कू मुझे माफ़ कर दे कि तुमने मुझे गलत समझा पर शायद गलती मुझसे हुई भी पर तुम मुझे अनब्लॉक की ओर बात की इसीलिए तुम्हारा धन्यबाद। निक्कू बोली माफी की जरूरत नही है बस मुझे तेरी फिक्र हो रही थी इसीलिए पूछ लिया,ह मुझे पता है इसीलिए तुझे खोना नही चाहता हु ओर इसीलिए तुम मेरी सबसे अच्छी दोस्त हो तुम्हारा दिल सोने जैसा है।
तुम्हे पता है सिद्धांत तुम्हारी शिकायत सबसे पहले किसने की थी मैंने बोला किसने किया बताओ निक्कू बोली स्नेहा ने वही सबको लेकर गयी थी उसने आज बताया,मैं इस पर विश्वास नहीं कर सकता की स्नेहा ऐसा कर सकती है पर स्नेहा के साथ तो मैने कुछ किया भी नही निक्कू बोली वास्तव मे उसे न दुसरो की मामला मैं कूदने की आदत है तुम नही जानते हो पर हम जानते है मैने बोला ये तो गलत है भगवान उसे माफ नही करेगा निक्कू बोली ह फिर सर ने डांटा था उसे बाहर बुला कर मैने बोला चलो कोई नही परसो तक ये मामला खत्म हो जाएगी फिर मैं पूरा बताऊंगा की क्या क्या हुआ अच्छा निक्कू कौन सर थे और क्या बोले थे सर निक्कू बोली अशोक सर थे और बोल रहे थे कि सेनियर्स को क्यों बताया,अच्छा निक्कू क्या तुम्हें पता है हम किया किये थे कल रात को निक्कू बोली क्या,बोलो, क्या किये हो अरे कबूतर बोलोगे क्या किये हो,मैंने बोला कि मरने का सोच लिए थे पर दोस्त होकर समझाई भी नही,निक्कू बोली उस समय पर मैं बहोत गुस्सा थी तुमसे इसीलिए अच्छा छोड़ो ये सब ये बताओ तुम्हारे छात्रवास मैं सब ठीक है न मतलब श्रेया ठीक है ना,निक्कू बोली ह श्रेया खुस है मैने बोला एक बार मिल के आओ उससे,निक्कू बोली क्यों मैं बोला बस मिल लो एक बार ,निक्कू बोली रहने दो इतनी फिक्र हो रही है तो तुम ही मिल लो जाकर,मैने बोला अरे नही हम कल मिल लेंगे और माफी भी माँग लेंगे अच्छा ये सब छोर तेरी रूम पार्टनर तो शिकायत तो नही करेगी निक्कू बोली नही वो नही करेगी डरती है पर करवा जरूर सकती है, पर ऐसा नही था निक्कू की रूम पार्टनर का भी शिकायत गया था क्योंकि बहोत दिन पहले मैंने उसके तस्वीर पर टिप्पणी किये थे तो वो खुद तो नही गयी पर अनामिका ओर इशिका के माध्यम से शिकायत प्रधान अध्यापक के पास गया,उस दिन एक बात और समझ गया कि इशिका भले ही अच्छी हो या बुरी पर अपने सामने किसी को बोलने नही देगी मुझे भी वो कुछ बोलने नही दी,मैं अपना आप का बचाव तक नही कर पाया इसीलिए उस दिन उसके लिए भी मेरे दिल मे आदर थी वो नही रही उसके बाद सब एक है ये समझ मैं आ गया बस मेरी निक्कू अच्छी थी वो सबसे अलग थी,ओर मुझे लगता है इशिका,अनामिका सबका हाथ था मुझे फसाने मैं इशिका का ओर इसीलिए इनका नाम मैंने सुसाइड लेटर मैं लिखा था,कहते है खूबसूरत लोगो पे भरोसा नही करना चाहये वो लोग अंदर से बहोत ख़तरनाक होते है।
अच्छा निक्कू एक बात पूछे अगर मुझे कुछ हो जाता तो तुम्हे कैसा लगता मुझे याद करती तुम
निक्कू बोली अरे ऐसे कैसे हो जाता तुम्हे थोड़ी न कुछ होने देते मैंने बोला अच्छा ये बात है इसीलिए तुम मेरी प्यारी दोस्त हो ओर निक्कू पता है खूबसूरत तो सब होते है पर तुम प्यारी हो।