अंतिम.…....
जो मुझे चीन्हते हैं मेरी देह से,
जो मुझे जानते हैं मेरे मुख से,
जो मुझे देखते हैं, मेरे देखने की वस्तुओं में...
सुनें,
मेरी देह शरीर त्याग रही हो या
वह जिस भी बहाने से छुड़ा ले
अपना हाथ जीवन से मेरे
जब मुझे कर दे मृत...
जो मुझे जानते हैं मेरे मुख से,
जो मुझे देखते हैं, मेरे देखने की वस्तुओं में...
सुनें,
मेरी देह शरीर त्याग रही हो या
वह जिस भी बहाने से छुड़ा ले
अपना हाथ जीवन से मेरे
जब मुझे कर दे मृत...