तिमिर नही तेज बने......
आज हमारे चारो तरफ़ एक घमंड रूपी अंधकार फ़ैला हुआ है, ओर हम इस तिमिर मै कुछ इस तरह लिप्त हो गए है कि अगर हमे कही से कोई प्रकाश पुंज दिखाई भी देता है, तो हम उसे अहंकार वस देखना उचित...